आज़ादी क्वेस्ट’ मनोरजं न के माध्यम से हमारे युवाओ को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने का एक प्रयास है :- विजय कुमार
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देहरादून। पीआईबी देहरादून के अपर महानिदेशक ने जिंगा इंडिया के सहयोग से सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा विकसित ऑनलाइन शैक्षिक मोबाइल गेम्स की एक श्रृंखला ‘आजादी क्वेस्ट’ के शुभारंभ के बारे में आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस
की।‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के आयोजन के हिस्से के रूप में और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को सामने
लाने के लिए, कें द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 24 अगस्त को ‘आजादी क्वेस्ट’ का शुभारम्भ
किया था। यह स्वतंत्रता संग्राम में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और गुमनाम नायकों के योगदानों का सम्मान करने की
दिशा में सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों की एक श्रृंखला में एक और कदम है।ये गेम ऑनलाइन गेम खेलने वालों के विशाल बाजार का उपयोग करने और गेम के माध्यम से उन्हें शिक्षित करने कीदिशा में एक प्रयास है। भारत सरकार के विभिन्न विभागों ने देश के कोने-कोने से गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी एकत्रित की है। आज़ादी क्वेस्ट इन जानकारियों से मिलने वाली सीख को आकर्षक और संवादात्मक बनाने का एक प्रयास है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय का भारत में एवीजीसी (animation, visual effects, gaming and comics) क्षेत्र
को बढ़ावा देने का निरंतर प्रयास रहा है। पिछले कुछ वर्षों में भारत गेमिंग के क्षेत्र में शीर्ष पांच देशों में शामिल हो गया
है। अकेले 2021 में गेमिंग के क्षेत्र में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 2020 से लेकर 2021
तक ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और 2023 तक ऐसे गेम खेलने वालों
की संख्या 45 करोड़ तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
ये ऐप हमारे एवीजीसी क्षेत्र की क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे और साथ ही हमारे गौरवशाली इतिहास को
दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचायेंगे। इन ऐप में शामिल की गई जानकारियां प्रकाशन विभाग और भारतीय इतिहास
अनुसंधान परिषद द्वारा संकलित की गईं हैं और ये ऐप आसानी से हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी प्रामाणिक
जानकारियों का एक सुलभ खजाना बन जायेंगे। ये ऐप हमारे स्वतंत्रता संग्राम के बारे में जानने के लिहाज से
महत्वपूर्ण शिक्षाप्रद उपकरण साबित होंगे। ये ऐप यूज़र्स का मनोरंजन करेंगे, उन्हें जोड़ेंगे और उन्हें शिक्षित भी करेंगे।
अपनी तरह की ये अनूठी पहल दरअसल माननीय प्रधानमंत्री के गेमिंग और खिलौना उद्योगों के हितधारकों से किए
उस आह्वान से प्रेरित है कि वे ऐसे गेम और खिलौने विकसित करें जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों व मील
के पत्थरों और महान स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता को प्रदर्शित कर सकें ताकि लोगों को इससे जोड़ा जा सके,
मनोरंजित और शिक्षित किया जा सके। इस सीरीज ‘आज़ादी क्वेस्ट’ के पहले दो गेम भारत के स्वतंत्रता संग्राम की
कहानी बताते हैं, जिसमें प्रमुख मील के पत्थरों और नायकों को उभारा गया है। इसे खेल खेलने के मज़ेदार तरीके के
साथ पिरोया गया है। इस गेम की विषय वस्तु सरल लेकिन व्यापक है, जिसे प्रकाशन विभाग द्वारा खासतौर पर
क्यूरेट किया गया है और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के विशेषज्ञों द्वारा जांचा परखा गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजय कुमार, अपर महानिदेशक पीआइबी,राघवेश पांडेय, संयुक्त निदेशक, डीडी न्यूज़; रोहित त्रिपाठी, उप निदेशक, पीआइबी; और डॉ संतोष आशीष, सहायक निदेशक, कें द्रीय संचार ब्युरो भी उपस्थित थे।
‘आज़ादी क्वेस्ट’ के बारे में:
प्रकाशन विभाग ने ज़िंगा इंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे ताकि अभी चल रहे आज़ादी के
अमृत महोत्सव के तहत गेम्स की एक श्रृंखला विकसित की जा सके। आज़ादी क्वेस्ट गेम भारत के लोगों के लिए
अंग्रेजी और हिंदी में एंड्रॉइड और आईओएस उपकरणों के लिए उपलब्ध हैं और सितंबर 2022 से ये दुनिया भर में
उपलब्ध होंगे।’शिक्षा को खेल की तरह बनाने’ की अवधारणा पर आधारित ये अनूठी गेम सीरीज देश में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाएगी। गेम-आधारित शिक्षा दरअसल कक्षा और उम्र से परे सीखने की प्रक्रिया का विस्तार करके एक बराबरी वाली और ताउम्र की शिक्षा प्रदान करती है। आज़ादी क्वेस्ट सीरीज भारत के स्वतंत्रता संग्राम और देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों की किंवदंतियों का ज्ञान प्रदान करेगी, जिससे खेलने वालों के मन में गर्व और कर्तव्य की भावना पैदा होगी। ये गेम उनकी औपनिवेशिक मानसिकता को दूर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जिस पर माननीय प्रधानमंत्री ने अपने 76वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ‘अमृत काल के पांच प्रण’ के रूप में ज़ोर दिया था।
इस सीरीज का पहला गेम है ‘आज़ादी क्वेस्ट: मैच 3 पज़ल’ बड़ा सरल और खेलने में आसान कैजुअल गेम है, जो
खिलाड़ियों के सामने 1857 से 1947 तक भारत की स्वतंत्रता की शानदार यात्रा को प्रस्तुत करता है। जैसे-जैसे
खिलाड़ी 495 लेवल में फैले इस गेम को खेलते हुए आगे बढ़ते हैं, वे 75 ट्रिविया कार्ड इकट्ठा कर सकते हैं, जिनमें से
हर कार्ड इतिहास के महत्वपूर्ण क्षणों को प्रदर्शित करता है। वे लीडरबोर्ड पर मुकाबला कर सकते हैं और सोशल
मीडिया पर इन-गेम पुरस्कार और प्रोग्रेस साझा कर सकते हैं। दूसरी ओर ‘आज़ादी क्वेस्ट: हीरोज़ ऑफ भारत’ को
75 लेवल में फैले 750 प्रश्नों के माध्यम से भारत की स्वतंत्रता के नायकों के बारे में खिलाड़ियों के ज्ञान को परखने
वाले एक क्विज़ गेम के तौर पर डिज़ाइन किया गया है। इसमें उन्हें 75 ‘आज़ादी वीर’ कार्ड के जरिए कम ज्ञात
नायकों के बारे में भी बताया जाता है जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी साझा किया जा सकता है।
प्रकाशन विभाग व जिंगा इंडिया के बीच साल भर की साझेदारी इस तरह के और भी गेम लेकर आएगी। ये साझेदारी
कंटेंट और फीचर्स के लिहाज से मौजूदा गेम्स में विस्तार भी करेगी। इसके पीछे लोगों और खासकर छात्रों व युवाओं
को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न पहलुओं के बारे में शिक्षित करने और उनमें देशभक्ति की भावना पैदा करने
का विजन है। ये गेम खिलाड़ियों को हर महीने रोमांचक पुरस्कार भी प्रदान करेंगे, जिसमें एक प्रमाण पत्र भी शामिल
है जो आजादी क्वेस्ट को पूरा करने वालों को दिया जाएगा।
‘आजादी क्वेस्ट’ ब्रोशर को डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें: http://davp.nic.in/ebook/goi_print/
index.html
इन गेम्स को डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें:
*
आईओएस उपकरण:
https://apps.apple.com/us/app/azadi-questmatch-
3-puzzle/id1633367594
एंड्रॉइड उपकरण
https://play.google.com/store/apps/details?
id=com.zynga.missionazaadi
आईओएस उपकरण:
https://apps.apple.com/us/app/heroes-ofbharat/
id1634605427
एंड्रॉइड उपकरण
https://play.google.com/store/apps/details?
id=com.zynga.heroes.of.bharat
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