देश के 50वें सीजेआई होंगे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, 9 नवंबर को लेंगे शपथ
नई दिल्ली। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित ने बीते दिन जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का नाम अपने उत्तराधिकारी और भारत के नए सीजेआई के लिए नामित कर दिया है। जस्टिस चंद्रचूड़ अब अगले महीने 9 नवंबर को देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ लेंगे। सीजेआई यूयू ललित ने केंद्र सरकार को भेजे अपने जवाब में अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस चंद्रचूड़ का नाम भेजा है। ऐसे में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें सीजेआई के रूप में पद संभालेंगे।
सीजेआई ललित ने 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 27 अगस्त 2022 को पद की शपथ ली थी और वह 8 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। जबकि जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल 2 साल 1 दिन का रहेगा। वह 2024 में 10 नवंबर को रिटायर होंगे। कुछ दिन पहले ही कानून मंत्रालय ने भारत के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत सीजेआई यूयू ललित को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए सिफरिशें भेजने को कहा था।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश कानून मंत्रालय से पत्र पाने के बाद अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश की प्रक्रिया शुरू करते हैं।देश की शीर्ष न्यायालय में अभी तीन महिला न्यायाधीशों सहित 29 न्यायाधीश हैं, जबकि आवंटित संख्या 34 है।
इससे पहले कल सुप्रीम कोर्ट में शेष चार रिक्तियों को भरने की कवायद अधूरी रह गई क्योंकि मुख्य न्यायाधीश ललित की अगुवाई में पांच सदस्यीय कॉलेजियम की बैठक कोर्ट के सीनियर जज जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस एसए नजीर की आपत्तियों के चलते बेनतीजा रही थी। नियुक्ति के प्रस्ताव पर लिखित सहमति मांगने के विषय पर यह आपत्ति जताई गई थी।
जस्टिस ललित ने 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 27 अगस्त 2022 को पद की शपथ ली थी और वह अगले महीने रिटायर हो रहे हैं। उनके रिटायर होने में एक महीना से भी कम समय रह गया है। यह परंपरा रही है कि निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश अपना कार्यकाल एक महीने से भी कम शेष रह जाने पर कॉलेजियम की चर्चा के जरिये न्यायाधीशों की नियुक्ति का मुद्दा अपने उत्तराधिकारी के लिए छोड़ देते हैं।
विभिन्न उच्च न्यायालयों में करीब 20 न्यायाधीशों की नियुक्ति के अलावा सीजेआई ललित की अगुवाई में कॉलेजियम ने हाल में बंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर प्रमोट करने की सिफारिश की थी।