पीसीएस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों व गांवों के चमके सितारे

पीसीएस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों व गांवों के चमके सितारे

उत्तर प्रदेश।  लोक सेवा आयोग की राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (पीसीएस)-2021 के नतीजों में गांवों और छोटे शहरों के सितारे चमके हैं। टॉप-10 की मेधा सूची में दो बेटियां भी शामिल हैं।

बुधवार शाम जारी परिणाम में आईआईटी खड़गपुर के छात्र रहे प्रतापगढ़ के अतुलकुमार सिंह अव्वल रहे हैं। वह अभी कोयंबटूर में फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर की प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्नाव के अजयपुर पुरवा की सौम्या मिश्रा दूसरे नंबर पर हैं। प्रतापगढ़ के मांधाता निवासी टॉपर अतुल के अलावा प्रतापगढ़ शहर के अमनदीप ने तीसरा स्थान हासिल किया है।
141 बेटियां भी बनेंगी अफसर

29 सेवाओं की 678 रिक्तियों के लिए 627 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। इनमें 141 बेटियां हैं। योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने से 51 पद खाली रह गए। आयोग के सचिव आलोक कुमार के अनुसार, श्रम प्रवर्तन अधिकारी के दो एवं प्रधानाचार्य के 49 पद खाली रह गए। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को ही पूर्व सैनिकों को पांच फीसदी आरक्षण के मुद्दे पर राहत देते हुए परिणाम जारी करने का आदेश दिया था।

खंड विकास अधिकारी के 36 फीसदी पद महिला अभ्यर्थियों के खाते में आए हैं। बीडीओ के 39 में से 14 पदों पर बेटियों का चयन हुआ है। इसके अलावा डिप्टी जेलर के 20 फीसदी पदों पर महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। 30 में से छह पद महिला अभ्यर्थियों को मिले हैं।

वहीं, जेल अधीक्षक के नौ में से दो पदों पर भी महिला अभ्यर्थियों ने चयनित होकर साबित किया है कि वे किसी से पीछे नहीं हैं। इसके अलावा नायब तहसीलदार के 18 फीसदी पदों, वित्त एवं लेखाधिकारी के 25 फीसदी पदों, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी एवं वर्क अफसर के शत प्रतिशत पदों, एक्साइज इंस्पेस्क्टर के 23 फीसदी पदों और टेक्निकल असिस्टेंट (केमेस्ट्री) के 50 फीसदी पदों पर महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ है।

टॉपर अतुलकुमार सिंह का कहना है कि परीक्षा कोई भी हो, तैयारी के दौरान गंभीरता बेहद जरूरी है। यह कामयाबी तय कर देती है। प्रारंभिक परीक्षा को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसकी भी पुख्ता तैयारी जरूरी है। हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए।

Samachaar India

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