चीन सीमा तक जाने वाले तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग पर टूटी विशाल चट्टान, सेना का सामान लेकर जा रहा ट्रक मलबे में दबा
धारचूला। चीन सीमा तक जाने वाले तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग पर गर्बाधार के पास विशाल चट्टान टूट कर गिर गई। मौके पर सेना का सामान लेकर जा रहा ट्रक मलबे में दब गया। ट्रक चालक लापता है। घटना के 24 घंटे बाद भी मलबा नहीं हटाया जा सका है। व्यास घाटी में चीन सीमा से लगे उच्च हिमालय का संपर्क कटा है। उच्च हिमालय की तरफ गए वाहन फंसे हुए हैं। घटना रविवार सायं की बताई जा रही है। एक ट्रक धारचूला से सेना का सामान गुंजी पहुंचाने जा रहा था। ट्रक जब गर्बाधार के पास पहुंचा, अचानक दरकी विशाल चट्टान ट्रूटकर सीधे ट्रक पर जा गिरी।
ट्रक विशाल बोल्डरों से दब गया और चालक हयात सिंह (उम्र 25 वर्ष) पुत्र धन सिंह निवासी ग्राम रांथी धारचूला लापता हो गया। सायं का समय होने और गर्बाधार क्षेत्र में मोबाइल फोन में सिग्नल नहीं होने से सूचना देर रात्रि मिली।सूचना मिलते ही तहसील मुख्यालय से प्रभारी कोतवाल के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस, एसडीआरएफ व राजस्व टीम मौके को रवाना हुई। सोमवार सुबह से मौके पर मलबा हटाने का कार्य चल रहा है। घटना के 24 घंटे होने जा रहे हैं, परंतु विशाल बोल्डरों को तोड़ना चुनौती बना हुआ है।
मलबे में दबे चालक का पता नहीं चल सका है। घटना की सूचना मिलते ही रांथी गांव सहित अन्य गांवों के ग्रामीण भी खोज एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि विशाल बोल्डरों से दबे ट्रक में मात्र चालक ही सवार था। रविवार सायं तक उसका पता नहीं सका है। रेस्क्यू कार्य जारी है। सोमवार को सुबह से मौसम सामान्य रहने के बाद अपरान्ह से फिर बिगड़ा। इस दौरान जिला मुख्यालय में तेज गरज के साथ बारिश हुई । धारचूला में जमकर बादल बरसे । मुनस्यारी में बारिश जारी रही। उच्च हिमालय में चौथे दिन भी हिमपात हुआ।
सोमवार सुबह मध्य से लेकर उच्च हिमालय तक आसमान साफ था और धूप खिली रही। दोपहर तक उच्च हिमालय सहित मुनस्यारी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बादल छाने लगे। इस दौरान मुनस्यारी में बारिश हुई और उच्च हिमालय में हिमपात होने लगा। दोपहर बाद से जिले के सभी क्षेत्रों में बादलों की आवाजाही होने लगी। अपरान्ह को जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज गरज के साथ वर्षा हुई। बाद में मौसम सामान्य हो गया। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार सीमांत में भारी बारिश हुई। इस दौरान काली नदी के घाटी वाले क्षेत्रों में जमकर बादल बरसे तो उच्च हिमालय में हिमपात हुआ। सोमवार को भी बारिश , हिमपात के बाद से तापमान में गिरावट आ चुकी है।