केदारघाटी में हेलीकॉप्टर हादसे रोकने के लिए डॉप्लर रडार लगाने की चल रही बातचीत, पायलट को मिलेगी मौसम की सही जानकारी
देहरादून। चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ हेली सेवा संचालन के लिए मौसम की सटीक जानकारी देने को डॉप्लर रडार लगाने की कवायद चल रही है। केदारघाटी में हेलीकॉप्टर हादसे रोकने के लिए भारतीय नागरिक विमान प्राधिकरण की पहल पर भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के बीच डॉप्लर रडार लगाने व तकनीकी सहयोग के लिए बातचीत चल रही है। बीते वर्ष अक्तूबर में केदार घाटी में मौसम की खराब होने से एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। जिसमें पायलट समेत सात श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। केदारघाटी में अचानक मौसम खराब हो जाता है। ऐसे में उड़ान भरने से पहले पायलट को मौसम की सही जानकारी नहीं होती है। इसके लिए आईएमडी के तकनीकी सहयोग से केदारघाटी में डॉप्लर रडार लगाने की कवायद चल रही है।
हालांकि उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की ओर से केदारघाटी में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों के माध्यम से मौसम की लाइव जानकारी आपदा कंट्रोल को मिलेगी। जहां पर वायरलैस सिस्टम के माध्यम से पायलट और हेली कंपनियों के क्रू मेंबर को मौसम की जानकारी दी जाएगी। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि छोटे डॉप्लर रडार लगने से हेली सेवा संचालित करने के लिए मौसम की सटीक जानकारी हेली कंपनियों को मिलेगी। जिससे मौसम खराब होने पर हेली सेवाओं का संचालन रोका जाएगा। जिससे किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकेगा।
हेली सेवा संचालन के लिए मौसम की जानकारी देने के लिए यूकाडा की ओर से केदारघाटी में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिससे हेली कंपनियों को मौसम की जानकारी मिलेगी। डॉप्लर रडार और तकनीकी जानकारी के लिए आईएमडी के साथ बातचीत चल रही है।