उत्तराखंड में मानसून की विदाई के साथ वर्षा से मिली राहत, 19 अक्टूबर तक वर्षा होने की कोई संभावना नहीं

उत्तराखंड में मानसून की विदाई के साथ वर्षा से मिली राहत, 19 अक्टूबर तक वर्षा होने की कोई संभावना नहीं

देहरादून। उत्तराखंड से मानसून की विदाई के साथ वर्षा से राहत मिली है। लेकिन 20 अक्टूबर को प्रदेश में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने का अनुमान है। वहीं 19 अक्टूबर तक मैदान से पहाड़ तक वर्षा की संभावना नहीं है। बारिश होने से दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है, मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, सोमवार को आमतौर पर प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। 19 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहने व अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

मानसून की विदाई के बाद वर्षा की फिलहाल कोई संभावना नहीं है। 20 अक्टूबर को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की से बहुत हल्की वर्षा होने व मैदानी क्षेत्रों में बादल छाये रहने की संभावना है। 21 अक्टूबर से एक बार फिर मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वर्षाकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर में पहाड़ दरकने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भूस्खलन के कारण मलबा गिरने से स्टेट हाईवे समेत पांच मोटर मार्ग बंद होने से लोग परेशान रहे। किसान कृषि उपज को मंडी तक नहीं ले जा पा रहे हैं।

लोनिवि साहिया के तहत निछिया पिहानी मोटर मार्ग पर एक स्थान पर मलबा आने से यातायात ठप है। जिसके 18 अक्टूबर तक खुलने की लोनिवि अधिकारियों ने उम्मीद जताई गई है। राज्य मार्ग मीनस अटाल मार्ग पर किमी 11 व 12 पर भारी मात्रा में मलबा आने से यातायात ठप होने की वजह से ग्रामीण व वाहन चालक परेशान हैं। लोनिवि चकराता अंतर्गत त्यूणी कथियान बगूर संपर्क मार्ग पर भी दो स्थानों पर मलबा आने की वजह से यातायात प्रभावित होने से ग्रामीणों की उपज मंडी नहीं पहुंच पाई। रिखाड़ व ककनोई संपर्क मार्गों पर मलबे के कारण यातायात ठप होने पर ग्रामीण गांवों में कैद हैं। लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रत्युष कुमार के अनुसार बंद मार्गों पर यातायात सुचारू करने को जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। जल्द ही बंद मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।


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