एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के बरमाणा प्लांट और अंबुजा सीमेंट प्लांट दाड़लाघाट में अगले आदेशों तक काम बंद होने से 15,000 परिवारों की रोजी-रोटी पर छाया संकट
हिमाचल प्रदेश। एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के बरमाणा प्लांट और अंबुजा सीमेंट प्लांट दाड़लाघाट में अगले आदेशों तक काम बंद होने से करीब 15,000 परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट छा गया है। दोनों प्लांट में अनिश्चित काल के लिए सभी गतिविधियां बंद करने की घोषणा से कर्मचारी और अन्य वर्कर परेशान हैं। बताया जा रहा है कि बीते कई दिनों से दाड़लाघाट प्लांट में इस तरह की हलचल चल रही थी। बुधवार देर शाम को कंपनी प्रबंधन ने प्लांट को बंद करने के फरमान जारी कर दिए। उधर, अदाणी समूह की एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा के प्लांट हेड ने बुधवार शाम को नोटिस जारी कर गुरुवार से फैक्ट्री में अनिश्चित काल के लिए सभी गतिविधियां बंद करने की घोषणा की। एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा से जिला बिलासपुर और प्रदेश के करीब 3,800 ट्रक ऑपरेटर जुड़े हैं।
द गागल सीमेंट वर्कर यूनियन के अध्यक्ष शिवराम संख्यान ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर कंपनी प्रबंधन ने बुधवार देर शाम को कर्मचारियों के लिए नोटिस लगाया है। इसका वे कड़ा विरोध करते है। वीरवार को उन्होंने वर्करों की बैठक बुलाई आई है। कंपनी से मांग करेंगे वर्करों का वेतन नहीं रोका जाए। यदि वर्करों का वेतन रुका तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
बीते एक से डेढ़ माह में कंपनी प्रबंधन की ओर से दाड़लाघाट प्लांट से 10 कर्मचारियों को इसलिए बाहर कर दिया गया है, क्योंकि उन कर्मचारियों के प्लांट में ट्रक लगाए गए थे। प्रबंधन ने अन्य कर्मचारियों को भी आदेश दिए थे कि वह या तो कंपनी में नौकरी करें या ट्रक लगवाएं। हालांकि, बीते कई दिनों से कंपनी प्रबंधन और कर्मचारी व ट्रक यूनियनों के बीच बैठकर भी हुई, मगर इन आदेशों से कंपनी की रणनीति साफ हो रही है।
कंपनी प्रबंधन की ओर से ट्रांसपोर्ट यूनियन ऑफर ट्रांसपोर्टर्स यूनियन ऑफर किराया कम करने का दबाव बनाया जा रहा है। मौजूदा समय में पहाड़ी क्षेत्रों में 10 रुपये प्रति किलोमीटर, जबकि मैदानी क्षेत्रों में दस किलो रुपए प्रति किलोमीटर रेट तय करने के लिए कहा जा रहा है। कंपनी की ओर से जारी आदेशों में कंपनी बंद होने के कारण कुछ ओर ही बताया गया है। अंबुजा सीमेंट प्लांट बंद होने से प्रदेश में सीमेंट का संकट गहरा सकता है। यहां से कई थोक विक्रेताओं को सीमेंट की सप्लाई होती है। अचानक प्लांट बंद होने से सप्लाई भी रोक दी गई है। लिए गए ऑर्डर भी रद्द कर दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश में करीब 120 से 150 डीलर हैं। इन्हें बाहरी राज्यों से सीमेंट खरीदना पड़ेगा। बाहरी राज्यों से सीमेंट की सप्लाई शुरू होने से सीमेंट के दाम में ओर उछाल आने की भी संभावना है।