यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में आरोपित हाकम सिंह रावत के अवैध रिसॉर्ट को तोड़ने में शासन की ओर से बरती गई नरमी
उत्तरकाशी। यूकेएसएसएससी परीक्षा पेपर लीक मामले में आरोपित हाकम सिंह रावत के सांकरी स्थिति अवैध रिसॉर्ट भले ही ध्वस्त हो चुके हैं। परंतु इन रिसॉर्ट को तोड़ने में शासन और प्रशासन की ओर से नरमी बरती गई। इन रिसॉर्ट में लगी इमारती लकड़ी व रिसॉर्ट के कमरों में लगी आलीशान सामग्री को निकालने और सहजने का पूरा समय दिया है। जिसके कारण प्रशासन और शासन की टीम ने हाकम सिंह रावत के रिसॉर्ट का केवल ढांचा ही ध्वस्त किया।
गांव में पर्यटकों की आवाजाही काफी अधिक
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 200 किलोमीटर दूर मोरी तहसील के अंतर्गत 2500 मीटर की ऊंचाई पर सांकरी गांव है। सांकरी गांव हर की दून घाटी और केदार कांठा पर्यटक स्थल का बेस कैंप गांव भी है जिसके कारण जिस गांव में पर्यटकों की आवाजाही काफी अधिक है। सांकरी गांव के निकट कोट गांव को जोड़ने मार्ग पर हाकम सिंह रावत ने पिछले दस वर्षों के अंतराल में वन विभाग और राजस्व विभाग की भूमि पर अवैध रूप से चार रिसॉर्ट खड़े किए। इन रिसॉर्ट को तोड़ने के लिए जब शासन से निर्देश मिले तो वन विभाग और राजस्व विभाग ने सख्त रुख नहीं दिखाया। लंबा अंतराल मिलने के कारण हाकम सिंह के स्वजन ने रिसॉर्ट में लगी देवदार की नक्काशी की हुई लकड़ियां, नक्काशी युक्त पत्थर, छत, कमरों और शौचालय में लगी गई सामग्री को निकाला तथा सुरक्षित स्थान पर सहेजा है। जो प्रशासन और शासन की सख्त कार्रवाई पर सवाल उठाती है। इन भवनों में अधिकांश देवदार की लकड़ी लगी हुई थी।
90 फीसद नक्काशी देवदार की लकड़ी से ही बनी
दो भवन तो ऐसे थे जो 90 फीसद नक्काशी की हुई देवदार की लकड़ी से ही बनी हुई है। देवदार संरक्षित प्रजाति का वृक्ष है तथा इसकी लकड़ी बेसकीमती है। गोविंद वन्यजीव विहार नेशनल पार्क क्षेत्र के अवैध रिसॉर्ट निर्माण के लिए इतनी लकड़ी कहां से आयी, यह सवाल अनुतरित है। साथ ही इमारती लकड़ी को जब्त भी नहीं किया गया।