एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के अनुसार पिपलानी क्षेत्र में रहने वाली युवती मॉडलिंग करती है। उसने पुलिस को बताया कि वह डांस के वीडियो इंटरनेट पर शेयर करती रहती है। 17 दिसंबर 2022 को दिल्ली की ड्रीम मेकर कंपनी से एक व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा कि तुम्हारा चयन कंपनी के वीडियो डांस के लिए हो गया है। इसके लिए आपको 15 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करना हेागा। युवती ने 15 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जालसाज ने मुंबई की प्रसिद्ध बालाजी कंपनी में डांस की शूटिंग का ऑफर दिया। उसने कहा कि शूटिंग के लिए 17 हजार 500 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। दस दिन शूटिंग चलेगी। इस शूटिंग में शामिल होने के लिए आपको आर्टिस्ट कार्ड बनवाना होगा।
पिता के खाते से ट्रांसफर किए थे पैसे
युवती ने जालसाजों के झांसे में आकर करीब 71 हजार 600 रुपये जमा कर चुकी थी। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि आपको एक लाख पांच हजार रुपये और जमा करने होंगे वरना अब तक जो 71 हजार रुपये से अधिक जमा है, वह वापस नहीं मिलेंगे। जालसाज और पैसे के लिए बार-बार अलग-अलग नंबरों से फोन कर दबाव बनाने लगे। तब युवती और उनके परिजनों को ठगी का पता चला। इसके बाद साइबर सेल और क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी।
बंटी-बबली हैं कंपनी संचालक
भोपाल क्राइम ब्रांच ने दिल्ली की मधुविहार कॉलोनी से वकार आलम और अलका बड़ोनिया को गिरफ्तार किया है। दोनों ड्रीम मेकर्स कंपनी के संचालक हैं। दोनों ने अपने-अपने मोबाइल नंबर से फोन कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने दोनों के मोबाइल और अन्य इलेक्टॉनिक्स उपकरण जब्त किए हैं।
इस तरह करते थे टारगेट
आरोपियों ने बताया कि वे फेसबुक, इंस्टाग्राम पेज पर सेलिब्रिटीस के वीडियो डालकर उनके साथ फोटो शूट कराने व फिल्मों में काम दिलाने के लिए लोगों से वाट्सएप के द्वारा सम्पर्क करते हैं। वे ऐसे लोगों को संपर्क करते हैं, जो खुद के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करते रहे हैं। मॉडलिंग या डांसिंग का शौक रखते हैं। झांसे में आए व्यक्तियों से रजिस्ट्रेशन फीस एवं फोटो, वीडियो शूट के अलग-अलग पैकेज बताकर आरोपित अपने बैंक खाते में रुपये आनलाइन ट्रांसफर कराते थे।
पुलिस की सलाह यह करने से बचें
ठगी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए पुलिस ने फिर से एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा है कि साइबर ठगों द्वारा फिल्म शूटिंग में काम दिलाने के नाम पर किस्तों में मोटी रकम ऐंठकर धोखाधड़ी की जाती है। ठगी से बचने के लिए इन बातों का हमेशा ध्यान रखें। सोशल मिडिया पर दिए गए विज्ञापन की सत्यता की जांच कर लें। किसी भी अनजानी वेबसाइट से कोई ऐप डाउनलोड न करें। कभी भी किसी के साथ अपना ओटीपी/सीवीवी/पासवर्ड/पिन शेयर न करें। ऑनलाइन अथवा फोन पर दिए गए लुभावने ऑफर के लालच में न पड़े। किसी ऑनलाइन लिंक पर क्लिक न करें।