बाजार की तेजी के लिए बढ़ रहा है जोखिम, तेल शेयर मजबूत दांव
नईदिल्ली। जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने निवेशकों को भेजी अपनी ताजा रिपोर्ट ‘ग्रीड ऐंड फियर’ में कहा है कि वैश्विक इक्विटी बाजारों में तेजी की राह में जोखिम बढ़ रहा है, खासकर भूराजनीतिक चिंताओं से बाजार धारणा कमजोर पड़ती दिख रही है। उन्होंने लिखा है कि इससे भविष्य में तेल कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। उन्होंने लिखा है, ‘ग्रीड ऐंड फियर में न सिर्फ अमेरिका और चीन के बीच चल रहे मौजूदा टकराव पर ध्यान दिया गया है बल्कि यह भी आशंका है कि बाजार यूक्रेन से संबंधित खबरों पर फिर से प्रतिक्रिया देना शुरू कर सकता है, जिसे पिछले कुछ महीनों से नजरअंदाज कर दिया गया था। इसलिए चिंताएं फिर से बढऩे का खतरा पैदा हुआ है।
चीन द्वारा रूस को हथियारों की संभावित आपूर्ति के मुद्दे को पिछले सप्ताह अमेरिका द्वारा उठाए जाने से दोबारा से यूक्रेन और अमेरिका-चीन संबंधों पर बहस गरमा गई है, जैसा कि करीब एक साल पहले इस युद्ध की शुरुआत में भी देखने को मिला था। वुड का कहना है, ‘यूक्रेन मुद्दा अभी भी बाजार में उतार-चढ़ाव लाने की क्षमता रखता है, खासकर ऊर्जा कीमतों में तेजी के संदर्भ में, जिसका नकारात्मक असर फेड की नीति पर पड़ सकता है। ’
निवेश रणनीति के तौर पर, वुड ने निवेशकों को ऊर्जा-संबंधित शेयर अपने पोर्टफोलियो में बनाए रखने का सुझाव दिया है, क्योंकि वे ऊर्जा/तेल कीमतों में यूक्रेन की वजह से आई तेजी के खिलाफ हेजिंग के सबसे अच्छे दांव हैं। खबरों से पता चला है कि रूस ने अपने पश्चिमी बंदरगहों से तेल निर्यात मार्च में घटाकर 25 प्रतिशत करने की योजना बनाई है। कच्चे तेल की कीमतें शुक्रवार को 3 प्रतिशत से ज्यादा चढक़र 84 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गईं। कई विश्लेषकों ने कुछ महीने पहले वर्ष के लिए अपने अनुमान पेश करते हुए तेल कीमतें कैलेंडर वर्ष 2023 के ज्यादातर समय में मजबूत बने रहने की संभावना जताई।
उदाहरण के लिए, मॉर्गन स्टैनली ने ब्रेंट क्रूड तेल 2023 की दूसरी छमाही में बढक़र 110 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने का अनुमान जताया है, जो मौजूदा स्तरों से करीब 33 प्रतिशत तक अधिक है। वहीं दूसरी तरफ, जेपी मॉर्गन ने 2023 में ब्रेंट की औसत कीमत 90 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने का अनुमान जताया था।